सेक्सुअल लाइफ में जब न रहे कोई इंटरेस्ट
रिश्ते में गर्माहट बनाए रखने के लिए सेक्सुअल लाइफ को डिटॉक्सीफाई करते रहना चाहिए, आइये जानते हैं डिटॉक्स क्या है :-
क्या है डिटॉक्स?
डिटॉक्सीफिकेशन एक प्रोसेस है, जिसके ज़रिए शरीर से टॉक्सिन्स या अनहेल्दी चीज़ों को बाहर निकाला जाता है, जिससे हम एनर्जेटिक, हेल्दी और रिफ्रेशिंग महसूस करते हैं. इसी तरह रिलेशनशिप में भी कई बार टॉक्सिन्स आ जाते हैं, जिससे रिश्तों में बोरियत, ठहराव और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है. नतीजा- सेक्सुअल रिश्ते भी प्रभावित होने लगते हैं. सेक्सुअल रिलेशनशिप से इन टॉक्सिन्स को दूर करने के लिए सेक्स डिटॉक्स ज़रूरी है.
कब ज़रूरी है सेक्स डिटॉक्स?
- जब लगे कि रिश्तों में प्यार की गर्मी ख़त्म हो गई है. दोनों को एक-दूसरे के प्रति पहले जैसा आकर्षण महसूस नहीं होता.
- आपका रिश्ता ठंडा हो गया है, उसमें जानने-समझने या हासिल करने के लिए कुछ नया बचा ही नहीं है.
- पति-पत्नी में सिवाय अपने काम और बच्चों के और कोई बात ही नहीं होती.
- आप और आपका साथी साथ रहते हुए भी अपनी अलग ज़िंदगी जीते हैं. दोनों के पास न तो एक-दूसरे के लिए समय होता है और न एक साथ कुछ पल बिताने की इच्छा.
- रिश्तों में आए इस ठहराव का असर आपकी सेक्स लाइफ पर पड़ने लगे. आपको एक-दूसरे में न दिलचस्पी रह गई हो, न आकर्षण.
- सेक्सुअल रिलेशन आप दोनों के लिए एक रूटीन बनकर रह गया हो. जब आपको लगे कि आप दोनों के रिश्ते में अब वो पहले जैसी बात नहीं रही.
- बेडरूम में आप अक्सर ही ‘बहुत थका/थकी हूं’ या ‘बहुत बिज़ी’ हूं का बहाना बनाने लगें.
- आपका बेडरूम आपके लिए इलेक्ट्रॉनिक ऑफिस बन जाए, जहां घर लौटने पर भी आप ऑफिस के काम निपटाने में बिज़ी रहते हों.
- जब एक ही बेडरूम में रहते हुए भी आप दोनों में ख़ामोशी पसरी रहती हो.
- जब लगने लगे कि सेक्स पहले जैसी ख़ुशी और प्लेज़र नहीं देता.अगर ये लक्षण आपके रिश्ते में भी दिखाई दें, तो समझ जाएं कि आपको सेक्स डिटॉक्स की ज़रूरत है. बेवजह रिश्तों को और बोरिंग बनाने की बजाय ज़रूरी है उसकी क्लींज़िंग और उसे डिटॉक्सीफाई करना.
क्या हैं सेक्स लाइफ के टॉक्सिन्स?
स्ट्रेस- ये आपके रिश्ते को अनहेल्दी बना रहे हैं और आपकी सेक्स लाइफ को भी.बिज़ी शेड्यूल और भागदौड़- हम इतने बिज़ी हो गए हैं कि शाम तक हममें इतनी एनर्जी ही नहीं रह जाती कि प्यार के कुछ पल अपने पार्टनर के साथ बिता सकें.
नो एक्सरसाइज़- फिज़िकल एक्टिविटी की कमी से भी सेक्स लाइफ प्रभावित हो रही है. रिसर्च से ये बात साबित हो चुकी है कि फिज़िकली एक्टिव रहनेवाले लोगों की सेक्स लाइफ अच्छी होती है.
अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स– फूड का सीधा असर सेक्स लाइफ पर पड़ता है, लेकिन आजकल लोगों की ईटिंग हैबिट्स अनहेल्दी हो गई हैं, जिससे उनके सेक्स एनर्जी पर असर हो रहा है.
पोल्यूशन- पोल्यूशन ने भी सेक्स लाइफ को प्रभावित किया है. इससे सेक्सुअल एक्टिविटी और ड्राइव दोनों में कमी आई है. एक्सपर्ट के अनुसार पोल्यूशन के बुरे प्रभाव की वजह से सेक्सुअल एक्टिविटी में 30 प्रतिशत कमी आई है.
रिश्तों में ठहराव- सालों तक का साथ और रिश्तों के प्रति उदासीनता, वही सेक्स पोज़ीशन और बोरियत रिश्तों में भी ठहराव ला देती है. नतीज़ा सेक्स लाइफ में पहले जैसा चार्म नहीं रह जाता.
सेक्स डिटॉक्स कैसे करें?
- सेक्स डिटॉक्स का मतलब है कि सेक्सुअल एक्टिविटी से पूरी तरह दूर रहें.
- इससे एक-दूसरे का प्यार पाने की चाहत बढ़ेगी और सेक्स के प्रति दिलचस्पी फिर जागृत होगी.
- इससे आपकी कामेच्छा बढ़ेगी और आप बेहतर ऑर्गे़ज़्म, बेहतर सेक्स का आनंद उठा सकेंगे.
- सेक्स एक्सपर्ट के अनुसार, फॉर्मूला एकदम सिंपल है. कई सालों साथ रहने के बाद प्यार और रिश्ते में भी बोरियत-सी आने लगती है. सेक्स लाइफ भी रूटीन-सी लगने लगती है. ऐसे में सेक्स डिटॉक्स के तहत कुछ दिन सेक्स से दूर रहकर जब फिर से रिश्तों की शुरुआत करेंगे, तो यक़ीन मानिए ये एक नई शुरुआत होगी, जो आपकी सेक्स लाइफ को रिफ्रेश कर देगी.
- सेक्सोलॉजिस्ट के अनुसार, शादी के कुछ सालों बाद ज़्यादातर कपल्स सेक्स लाइफ में प्रॉब्लम की शिकायत लेकर आते हैं. इसमें सेक्स डिज़ायर में कमी से लेकर सेक्सलेेस मैरेज तक की शिकायत होती है. इसका सबसे बेस्ट सोल्यूशन है सेक्स डिटॉक्स यानी सेक्स लाइफ से छोटा-सा ब्रेक.
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